Air India Crash: टेकऑफ के 3 सेकंड बाद बंद हुए इंजन | Ahmedabad Flight News 2025
अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसा: शुरुआती रिपोर्ट में खुलासा – टेकऑफ के तीन सेकंड बाद बंद हो गए इंजन
12 2025, अहमदाबाद — एयर इंडिया की फ्लाइट से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर बीते दिनों हुई विमान दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट (Preliminary Report) अब सामने आ चुकी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि टेकऑफ के सिर्फ तीन सेकंड बाद ही विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए, जिससे पायलट को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।
इस हादसे में सौभाग्यवश किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन यह घटना एक बड़े विमानन संकट की ओर इशारा करती है। एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में तकनीकी खामी की ओर इशारा किया गया है।
🚨 क्या कहा गया है प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में?
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, विमान ने जैसे ही रनवे से उड़ान भरी, तीन सेकंड के भीतर दोनों इंजन (Engine No. 1 & 2) ने पावर देना बंद कर दिया। इससे विमान तेजी से ऊंचाई पकड़ने में असफल रहा और तुरंत इमरजेंसी लैंडिंग की स्थिति बन गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक “ड्यूल इंजन फेल्योर” का मामला है, जो अत्यंत दुर्लभ लेकिन खतरनाक स्थिति होती है। अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या यह फ्यूल सप्लाई सिस्टम में खराबी, सेंसर फेलियर, या फिर पायलट एरर का मामला है।
🛫 कौन-सा विमान था हादसे का शिकार?
यह हादसा एयर इंडिया के Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर विमान के साथ हुआ था। यह विमान दिल्ली से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरने वाला था, जिसमें लगभग 178 यात्री और 8 क्रू मेंबर सवार थे।
हालांकि, पायलट की सूझबूझ और त्वरित प्रतिक्रिया से विमान को सुरक्षित लैंड कर लिया गया। यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
🔧 AAIB की जांच और आगे की कार्यवाही
एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) को जांच के लिए भेज दिया है। इसके आधार पर अगली विस्तृत रिपोर्ट अगले कुछ हफ्तों में आएगी।
इस घटना के बाद एयर इंडिया के सभी Boeing 787 विमान की अतिरिक्त जांच शुरू कर दी गई है। DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने भी अपनी टीम को इस जांच में शामिल कर लिया है।
🧾 निष्कर्ष (Conclusion)
यह घटना भारतीय विमानन प्रणाली को फिर से झकझोरने वाली है। सौभाग्यवश इसमें किसी की जान नहीं गई, लेकिन यह सुरक्षा मानकों, तकनीकी निरीक्षण और पूर्व जांच प्रक्रियाओं को और सख्त करने की आवश्यकता को दर्शाता है।
भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर तकनीकी और ऑपरेशनल सुधार करने होंगे। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि आपात स्थिति में पायलट की ट्रेनिंग और तत्परता कितनी महत्वपूर्ण होती है।
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